*मंदी स्पैशल*
1.
एक आदमी लोन की किश्ते नहीं चुका पा रहा था तो बैंक के अधिकारी घर पे आ गये और चिल्लाने लगे, "दरवाज़ा खोल आज नही छोड़ेंगे..."
वह आदमी नहा रहा था. उसने खिड़की से देखा कि कुछ नागा साधु सड़क पर जा रहे थे।वह पिछली खिड़की से कूद कर
बिना वस्त्र के उस टोली में शामिल हो गया...
चलते चलते पीछे से किसी साधु ने उसके कंधे पर हाथ रखा और पूछा -
"तुम्हारी कितनी किश्तें बाकी हैं ?'
2.
મનમોહન સિંહને મૌનમોહન સિંહ કહેતા હતા એટલે હવે જનતાએ *મોદિજી ને મંદીજી* કહેવામા જરાય વાધો નહી...
બરાબર ને
3.
Comments
Post a Comment