થૂંક/લાળના પ્રયોગો...

 अस्सलाम अलैकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुहू !


     मुंह की थूक या लार - सेहत का अनमोल                                   ख़ज़ाना


     प्रतिदिन 1.50 लीटर निकलने वाली थूक की हक़ीक़त जानिए। आपके मुंह की सुबह सवेरे जागने के समय की लार के बारे में आज हम जो बताने जा रहे हैं, उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि ये आपके जीवन को संवारने में कितना महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। जो आपको बताने जा रहे हैं, इसे अपना कर आप कई बीमारियों को खुद से दूर रख सकते हैं।

1.  दिन की शुरुआत पानी से करें

सुबह उठते ही सबसे पहले उम्र के हिसाब से अगर छोटे बच्चे हैं तो एक क्लास बड़े हैं तो दो से तीन ग्लास पानी पी लें. याद रखें सुबह का पानी कुल्ला करने से भी पहले पीना चाहिए. और साथ हीं यह भी याद रखें की पानी कभी भी घूट – घूट कर धीरे-धीरे और बैठकर हीं पीना चाहिए.

2. सुबह का लार है अनमोल

कहते हैं सुबह का लार पेट के लिए बेहद लाभदायक होता है. जब आप पानी पीते हैं तो रात भर मुंह में जमा लार पानी के साथ आपके पेट के अंदर जाता है. जो पेट के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है. अगर आपका पेट अच्छा रहेगा तो और सब भी अच्छा, इसलिए सुबह की लार बेहद कीमती है. इसे यूं ही बर्बाद ना करें.

3. किडनी का दोस्त

सुबह की लार ही नहीं पूरे दिवस व जीवन पर्यंत जब हम पानी को मुँह में घुमा घूमा कर पीते हैं जिसके कारण पानी में लार घुल कर पेट में जाता है और पेट से अन्य उपांगों में उन सभी उपांगों को स्वस्थ रहने में मदद करता है  अमेरिका के डॉक्टर ने 12 वर्ष शोध करने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुँचे की घुट घुट पानी पीने वाले किडनी रोगी का डायलसिस की प्रक्रिया में कमी आती है और अंत में किडनी पूणतः स्वस्थ हो जाती है।

4. चश्मा उतारने में मददगार

सुबह की लार काजल की तरह आंखों में लगाने से, आंखों की रोशनी बढ़ती है. और चश्मा तक उतर जाता है.

5. आंख आना (कंजक्टिवाइटिस)

इसमें आंखें लाल हो जाती है. आंखों में काफी दर्द होता है. जलन के साथ खुजलाहट भी रहता है. आंखों से पानी आता रहता है. और आंखों में कीचड़ भी जमा होता रहता है. अगर सुबह की लार आप अपनी आंखों में लगाएंगे तो कहते हैं 24 घंटे के भीतर आंख ठीक हो जाता है.

6. नयन के सभी रोग

 जो इंसान सुबह की बासी लार काजल की तरहः आंखों में लगता है उसे जीवन भर नयन के कोई रोग नही होता है संक्षेप में कंहुँ तो लगभग आँखों के 22- 23 रोग इसके नियमित सेवन से नस्ट होता है

7. जलने के दाग

यहां तक की सुबह – सुबह की लार जले हुए दाग पर रोज़ लगाने से 6 – 8 महीने में दाग मिटने लगते हैं.

8. सभी चर्म रोग

सुबह की लार से नियमित मालिश  से सभी चर्म रोग नष्ट होते हैं

9. सभी प्रकार के जख्म

सुबह की बासी लार को मलहम की तरहः नियमित उपयोग कर सभी प्रकार के जख्म को भरा जा सकता है अनमोल औषधि है(यँहा तक मधुमेह रोगी के जख्म को भी जल्द से जल्द भरती है)

10. बालो की समस्या (झड़ना व सफेद व गंजापन)

सुबह की बासी लार की नियमित मालिश से बालो की समस्या नष्ट होती है

11. चेहरे की समस्या

त्वचा के सभी रोग इसके नियमित मालिस से नष्ट होता है कील मुँहासे रूखापन दाग धब्बे

ये है मुंह की लार के फायदे  इतना ही नहीं मुंह की लार और भी बहुत सारी बीमारियां, जैसे एक्जिमा, सोरायसिस, और भेंगापन जैसी बीमारियों मे भी काफी फायदेमंद साबित होता है. तो क्यों ना आज से हीं हम अपना यह रूटीन बना लें, कि सुबह उठते हीं सबसे पहले भरपूर मात्रा में पानी पीएं, और बीमारियों को अलविदा कहें।

     कैंसर रोगी या अन्य रोग के कारण जब उनके लार बनने की प्रक्रिया बन्द हो जाती है तो यही लार 10ml लगभग 10 से 15 हजार में मिलती है वो भी किसी और का जुठा।

    जब आपके लार बनने की क्षमता कम हो जाए तो उसकी अचूक औषधि है अपनी रसोई में हर कड़वी व कसैली जैसे मेथी, आवला, त्रिफला। सभी प्रकृति के द्वारा प्रदान किये गए दातुन व उनके पत्ते जैसे नीम, करंज, बबूल, महुआ, जामुन, कदम्ब, आम, अमरूद, बेल, पीपल, अपामार्ग, बांस, इत्यादि। जो इंसान अप्राकृतिक मंजन (आर्थत पेस्ट केमिकल युक्त) का, नशीली वस्तुयों का सेवन करते हैं, या किसी रोग के उपचार में उपयोग एलोपैथी दवा का दुष्प्रभाव उनकी लार बनने की क्षमता कम होती है।

    आपके मुंह में ही है आपके अनेक रोगों की दवा  लार का उपयोग कर पाये मर्ज पर काबू।

लार का महत्व जानिए और ये उपाय रात्रि में सोने से पहले, दांतों को साफ करके सोएँ और सुबह उठकर बिना कुल्ला किये, बिना थूके प्रयोग करें। ये मुह की लार हमारे शरीर के सर्वोत्तम सर्वोत्तम हैं।

1. यदि किसी की आखों के नीचे काले घेरे हो गये हैं, वो सुबह मुह की लार से धीरे धीरे मालिश करें।

2.  जिनको चश्मा लगा है वे सुबह उठकर आखों में ये मुह लार लगाये।

3. डायबिटीज के रोगियों को जहाँ चोट लगी हो, वहां सुबह की लार लगाये।

4.  जिन लोगों के जलने का दाग नही जा रहा वे इसी लार की मालिश करें।

5.  जिन लोगों के दाद हो गये हैं वे भी इस लार को प्रतिदिन सुबह उठते ही अपने मूंह की लार लगाये।

    और भी अनेको बीमारी का इलाज है ये मुह की लार। मुंह की लार में टायलिन नामक एंजाइम होता है जो हमारी पाचन क्रिया को बढाता है। 

गुटका सेवन और केंसर:-

    जो लोग गुटखा खाते हैं या थूकते रहते हैं, धीरे धीरे ये लार बनना बंद हो जाती है, और मुह के कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।

दातुन का प्रयोग:-

    इस लार का PH मान 8.3 होता है और आप सभी माने तो पेस्ट करना बंद करें, क्योंकि इससे लार को हम थूक देते हैं। इसके स्थान पर नीम या बबूल की दातुन करें। क्योंकि दातुन करने से सर्वाधिक लार बनती है। जितनी दातुन की पुरानी कुच्ची हो, उसे काट कर निकाल दे और पानी मे भिगोकर रखें। अगले दिन फिर उसी दातुन को इस्तेमाल करें।


   #HAKEEMMDABURIZWAN

हकीम मो अबू रिज़वान

बीयूएमएस, आनर्स(बीयू)

यूनानी चिकित्सक

स्पेशलिस्ट इन लाइफस्टाइल डीज़ीज़ेज़

यूनानी मेडीसिंस रिसर्च सेंटर

जमशेदपुर झारखंड।

मोबाइल 8651274288 & 9334518872

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